आज़ाद भारत न्यूज़ से हर्ष कुमार राय की खबर
दुर्ग :- दुर्ग के पदमनाभपुर में रहने वाले व्यापारी हेमंत हरीश गोयल ने पत्रवार्ता आयोजित कर अपना पक्ष रखते हुए चायपत्ती कारोबारी ने बताया कि रायपुर की चायपत्ती व्यवसायी और उनके बीच पिछले 6 सालों से खींचतान चल रही है साथ ही कानूनी कार्यवाही भी चल रही है जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है । उन्होंने कहा कि गोयल ट्रेडर्स का मैं प्रोपराईटर हूं और जेवरा सिरसा में मेरी फैक्ट्री है। मैं पिछले 6 सालों से राजधानी रायपुर के चायपत्ती व्यवसायी यशवंत जैन से प्रताड़ित हूं। यशवंत जैन द्वारा मेरे विरूद्ध व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा चुस्की शब्द के टाईटल को लेकर छग के अलग-अलग थानों में मेरे विरूद्ध दुर्ग,कवर्धा व रायपुर के टिकरापारा थाना में लगातार धोखाधड़ी का अपराध दर्ज करा रहा है। मेरे द्वारा दिये गये टिकरापारा थाना में आवेदन पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है, जबकि मुझे सूचना दिये व बिना जांच किये टिकरापारा पुलिस ने मेरे विरूद्ध अपराध दर्ज कर लिया।
गोयल ने आगे बताया कि एचएसजी याशिका गोयल चुस्की चाय का संचालन वह पिछले 2011-2012 से कर रहे हैं। पूरे छग में उनका यह काम है। सिलीगुड़ी से चायपत्ती लूज में आती है, उसे पैकिंग करके व्यापारियों तक पहुंचाने का कार्य हम करते हैं। यशवंत जैन रायपुर के अमलीडीह का चायपत्ती व्यवसायी हैं, जिसका जैन चुस्की चाय नाम से अपना ब्रांड है, वह मेरे साथ चुस्की शब्द को लेकर विवाद करते आ रहे हैं। उसके सेल्समैन हमारे व्यापारियों को डराते-धमकाते हैं, इससे हम और हमारे सेल्समैन काफी भयभीत हैं। उनका कहना है कि इनका माल बेचोगे तो तुम्हें धोखाधड़ी के मामले में अंदर करा दूंगा और निजी चाहन में पुलिस वालों को ले जाकर व्यापारियों को डराता धमकाता है।
धमकी से डरे नही तो करा दी पुलिस मे एफ आई आर
पिछले 2018 में मेरे और मेरे भाई के विरूद्ध दुर्ग तथा कवर्धा थाने में एफआईआर दर्ज करा दिया गया है और अब टिकरापारा थाना में एफआईआर दर्ज कराया है। आखिर पुलिस क्यों और कैसे यशवंत जैन को इतना सपोर्ट कर रही है। मेरे आवेदन पर कार्यवाही नहीं कर रही है, यह संदेह के दायरे में है। उन्होंने यह भी कहा कि मेरे द्वारा प्रदेश के पुलिस के बड़े अधिकारियों से लेकर छग के तमाम जिलों के एसपी व आईजी को यशवंत जैन के विरूद्ध शिकायत पत्र दिया गया है, लेकिन पुलिस सिर्फ मेरे विरूद्ध ही अपराध दर्ज कर रही है। यशवंत जैन के विरूद्ध आखिरकार कार्यवाही क्यों नहीं कर रही है। चुस्की शब्द के मामले की पुलिस जांच करें।
ट्रेडमार्क कम्पनी ने भी दिया हमें क्लीनचिट
जो ये ट्रेडमार्क का रजिस्टर्ड करने वाली प्रमुख संस्था ने भी हमारे बारे में स्पष्ट किया है कि यशवंत जैन को चुस्की भी लेना देना नहीं है। यशवंत जैन के पास यदि चुस्की का प्रमाण पत्र है तो उसे प्रस्तुत कर प्रमाणित करें। छग वेम्बर्स आफ कामर्स का भी मुझे भरपूर सहयोग रहा है। चेम्बर्स ऑफ कामर्स ने कहा है कि न्यायालय का निर्णय जो भी होगा और जिसके पक्ष में आयेगा, उसको मानना होगा। यशवंत जैन पुलिस व न्यायालय को गुमराह करके मुझे प्रताड़ित कर रहा है। 2018 से चुस्की शब्द को लेकर मुझे बदनाम कर रहा है। मेरे पास सारे फुड सेफ्टी से लेकर सभी तरह के लायसेंस है ।इस क्षेत्र यशवंत जैन ने इसके सम्बंध में न्यायालय में कोई प्रमाण पेश नहीं किया । हेमंत गोयल ने कहा है ये कोई अपराधिक मामला नहीं, बल्कि न्यायिक मामला है । मैं यशवंत जैन के ब्रांड की नकल कर नही रहा हूं, अगर ऐसा है तो मामला मेरे खिलाफ ज़रूर बनता ।मुझे बर्बाद करने में यशवंत की पुलिसिया कार्यवाही जायज थी लेकिन पुलिस बिना जांच किये जिस तरह से कार्यवाही मेरे विरुद्ध कर रही है भूमिका महत्वपूर्ण संदेहास्पद हो गई है। यशवंत जैन मुझे मेरे उपर एकतरफा कार्यवाही कर रहा है चुस्की शब्द को लेकर वह गलत है। गत दिवस मेरे भाई भूपेश कुमार गोयल जो मुंबई में रहता था जो की घरेलू कार्य से दुर्ग आया था उसके विरुद्ध भी दुर्ग पुलिस ने अपराध दर्ज कर उसके कैरियर को खरब कर दिया ।यशवंत जैन चुस्की को लेकर मानसिक रोग का शिकार हो गया है। यशवंत जैन ने मेरे ब्रांड, व्यापार खराब कर दिया, जबकि मेरे भाई का ,मेरे बिजनेस से कोई को ठेस पहुंचा रहा है। हेमंत गोयल ने कहा की मेरे पास ट्रेडमार्क,कॉपीराइट और न्यायालय के दस्तावेजों के साथ सभी तरह के सबूत हैं जो प्रमाणित करते हैं की मै गलत नहीं हुँ ।लेकिन यशवंत जैन ने मुझे मानसिक शारीरिक और आर्थिक रुप से क्षति पहुंचाई है साथ ही मान सम्मान को भी ठेस पहुंचाई है । जिस तरह से यशवंत जैन द्वारा कई बार अलग अलग स्थान में पुलिस में एफ आई आर की है इसे देखते हुए हेमंत गोयाल ने कहा कि झूठी बातों पर एफ आई आर दर्ज करवाने पर पुलिस विभाग द्वारा उचित जाँच कर यशवंत जैन के खिलाफ मामला दर्ज करे।साथ ही उन्होने सभी संभाग के आई जी को भी निवेदन किया है की भविष्य में उसके खिलाफ यशवंत जैन जो भी शिकायत देता है तो पुलिस विभाग पहले हमसे पूछताछ कर ले वास्तविकता जान ले और मामला सही हो तो प्रकरण दर्ज कर ले। जिस तरह से अभी उनके खिलाफ पुलिस विभाग ने कार्यवाही किया है उससे यह स्पष्ट है कि यशवंत जैन द्वारा अपने प्रभाव में लेकर पुलिस अधिकारी कर्मचारी को जबरन परेशान करने के उद्देश्य उनके विरुद्ध एफ आई आर दर्ज की गई है।
उठा सकते हैं आत्मघाती कदम
जिस तरह से पुलिस विभाग के द्वारा जबरन उनके विरुद्ध बिना किसी भी प्रकार के उचित साक्ष्य और जांच के सीधे एफ आई आर दर्ज की जा रही है और उन्हें जबरदस्ती मामले में फसाया जा रहा है ताकि उनका व्यवसाय चौपट किया जा सके अगर पुलिस उच्च अधिकारी इस तरह के कृत्य पर अपना अंकुश नहीं लगाते हैं या उन्हें कानून से न्याय नहीं मिलता है तो फिर प्रशासन की विरुद्ध आत्मघाती कदम उठा सकते हैं और सीधा इसका उत्तरदाईत्व यशवंत जैन को उन्होंने बताया है।